श्याम | Shyam kavita
श्याम
( Shayam )
रस लेकर रसखान सरीखे, काँन्हा तुम आ जाओ।
जग मे घटते प्रीत मोह रस, फिर से आ बरसाओ।
सूखी धरती उमड मेघ बन,जग की...
संत शिरोमणि गणिनाथ जी महाराज | Sant Shiromani Ganinath Ji Maharaj...
संत शिरोमणि गणिनाथ जी महाराज
( Sant Shiromani Ganinath Ji Maharaj )
जय जय जय हे संत शिरोमणि,गणिनाथ महाराज।
योग क्षेम कल्याण शिरोमणि, गणिनाथ महाराज।
महादेव के मानस...
जीस्त में वो फ़िज़ा रब यहां दें मुझे | Nai nai...
जीस्त में वो फ़िज़ा रब यहां दें मुझे
( Jeest mein woh fiza rab yahan de mujhe )
जीस्त में वो फ़िज़ा रब यहां दें मुझे
प्यार...
उत्सव आज मनाया है | Poem utsav aaj manaya hai
उत्सव आज मनाया है
( Utsav aaj manaya hai )
जिन भावों को मन में धर कर, उत्सव आज मनाया है।
जिन भावों को राष्ट्रगान में, मिलकर...
मुल्क के सुमन | Poem Mulk ke Suman
मुल्क के सुमन
( Mulk ke suman )
हम मुल्क के मासूम सुमन
हम धरती माता के धन
हम कोमल है पर सबल है
धुर्ब जैसे सदैब अटल
गगन उगलता...
यह पावन पन्द्रह अगस्त है |15 August par Geet
यह पावन पन्द्रह अगस्त है
( Yah paavan 15 August hai )
वह भारत जिसके माथे पर,जड़े हिम शिखर बनकर तारे !
और सदा से ही सागर...
चलो आज आजादी को हम घर ले आए | Poem on...
चलो आज आजादी को हम घर ले आए
( Chalo aaj azadi ko hum ghar le aaye )
चलो आज आजादी को हम घर ले आयें...
वतन | Watan shayari
वतन
( Watan )
इश्क,आशिकी,महोब्बत , जुनूं ,
तुझसा ही वतन, वतन सा ही है तू….
कहाँ वो अमन, कहाँ मिले सुकूं
न सरहदों के इधर , न सरहदों...
घर घर तिरंगा लहराए | Ghar ghar tiranga lahraye | Geet
घर घर तिरंगा लहराए
( Ghar ghar tiranga lahraye )
घर-घर तिरंगा लहराए, हम गीत वतन के गाए।
शौर्य पराक्रम की गाथा, जन मन जोश जगाये।
घर-घर तिरंगा...
बूँद बचाये | Poem boond bachaye
बूँद बचाये
( Boond bachaye )
बूँद बूँद से सागर भरता
बूँद बूँद से गागर
हम बूँद बचाएंगे तो भर जायेगा चापाकल
बर्षा का जल तो अमृत है होता
पर...