ज़िंदगी बदरंग है | Ghazal Zindagi Badrang Hai
ज़िंदगी बदरंग है
( Zindagi Badrang Hai )
नफ़रतों से प्यार की अब जंग है
हर ख़ुशी से ज़िंदगी बदरंग है
अंजुमन में कुछ हुआ ऐसा यहाँ
देखके...
अधिकारी | व्यंग्य रचना
अधिकारी
( Adhikari )
अधिकारी
देश की ला-इलाज
बीमारी!
काम नहीं कौड़ी का
पगार चाहिए
ढेर सारी!
मिली-भगत से इनके ही
भ्रष्टाचार है
जारी!
हर तरफ यही नज़ारा है
कोई भी हो विभाग
सरकारी!
छोड़ दे, छोड़ दे
धन...
मुस्तकिल अंधेरा | Mustaqil Andhera
मुस्तकिल अंधेरा
( Mustaqil Andhera )
धीरे-धीरे अंधेरा गहराता जा रहा है,
हर शय को यह धुंधलाता जा रहा है,
दुनिया की हर रंगत स्याह हो रही...
आत्मविश्वास | Kavita Atmavishwas
आत्मविश्वास
( Atmavishwas )
आत्म विश्वास है जीवन के संघर्षों को हराकर जीतने का संकल्प।
आत्मा की अनन्य शक्ति, आत्मा को शिखर तक पहुंचाने का प्रकल्प।।
जीवन...
उफ़! ये क्या किया | Kahani Ye Kya Kiya
चारों तरफ पुलिस ही पुलिस दिखाई दे रही थी। शाम तक तो सब ठीक था आखिर सुबह यह क्या हो गया? कॉलोनी में आखिर...
परंपरा | Kavita Parampara
परंपरा
( Parampara )
यह कैसी परंपरा आई, दुश्मन हो रहे भाई-भाई।
घर-घर खड़ी दीवारें घनी, मर्यादा गिर चुकी खाई।
परंपराएं वो होती, संस्कारों की जलती ज्योति...
सनम का हाल | Ghazal Sanam ka Haal
सनम का हाल
( Sanam ka Haal )
बह्र : बहरे हज़ज मुसद्दस सालिम
अरकान: मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन
मात्रा भार : 1222 1222 1222
हसीं चेहरा गुलाबी गाल...
नींबू | Kavita Nibu
नींबू
( Nibu )
गैस एसिडिटी और पेट दर्द पलभर में दूर करता,
जिसके स्वाद एवं खुश्बू से हमें ताज़गी मिलता।
कहते है यह मृत-व्यक्ति को भी जिन्दा...
जिंदगी की लघु कहानी
जीवन में जिंदगी जीना उतना आसान भी नहीं है हर एक मोड़ पर नाना तरह की चुनौतियां, सुरसा की तरह मुंह खोल खड़ी रहती...
विद्या शंकर विद्यार्थी की कविताएं
चहकती चिड़िया आग से बचाना मुल्क
जब नायक अपना दायित्व भूल जाए, तो
समझना चाहिए गर्त में जाएगी कहानी
जब नायक पियक्कड़ निकल जाए, तो
समझना चाहिए घर...