Monthly Archives: April 2022

निबंध : भारत मे शहरी प्रदूषण एक संकट | Essay in...

निबंध : भारत मे शहरी प्रदूषण एक संकट ( Urban pollution a crisis in India : Essay in Hindi )प्रस्तवना - आज पूरी दुनिया शहरी प्रदूषण...

हरि की माया | Poem hari ki maya

हरि की माया ( Hari ki maya )   धुंध रहा ना बचा कोहरा,पर शक का साया गहरा है। अपनों पर विश्वास बचा ना,मन पे किसका पहरा हैं।   बार...

मुझे ए .सी. न बंगला न कार चाहिए | Poem na...

मुझे ए .सी. न बंगला न कार चाहिए ( Mujhe A/C na bangla na car chahiye )    मुझे ए .सी. न बंगला न कार चाहिए,  दहेज में...

मिलन की चाह | Chhand milan ki chah

मिलन की चाह ( Milan ki chah )   मनमीत आओ मेरे, मिलन की घड़ी आई। चाहत की शुभवेला, दौड़े चले आइए।   मौसम सुहाना आया, रूत ने ली अंगड़ाई। मिलन को प्रियतम, प्रेम गीत...

मुक्तक मां | Muktak Maa

मुक्तक मां ( Muktak Maa)   मां की तरफ़ से सुन लो ये पैगाम आया है उसी पैग़ाम पर यारों हमारा नाम आया है, लिखूंगा मैं वतन ख़ातिर...

ओज भरी ललकार | Poem oj bhari lalkar

ओज भरी ललकार (Oj bhari lalkar )   ढूंढता रहा हूं सारी दुनिया क्या मेरा वजूद है। आग का दरिया दहकता धधकती बारूद है।   ओज भरी हुंकार कहूं या...

जेठ की गर्मी | Chhand jeth ki garmi

जेठ की गर्मी ( Jeth ki garmi )मनहरण घनाक्षरी    चिलचिलाती धूप में, अंगारे बरस रहे। जेठ की दुपहरी में, बाहर ना जाइये।   गर्मी से बेहाल सब, सूरज उगले आग। तप रही धरा...

जीते जी मर जाना | Poem jeete jee mar jana

जीते जी मर जाना ( Jeete jee mar jana )   मजबूरियों में ना जीना साहस तो दिखलाना। जिंदगी के सफर में प्यारे एक मुकाम बनाना।   मेहनत के दम...

पुस्तके ज्ञान का भंडार | Poem pustake gyan ka bhandar

पुस्तके ज्ञान का भंडार ( Pustake gyan ka bhandar )   बुद्धि दायिनी पुस्तकें सन्मार्ग दिखलाती है। अथाह ज्ञान सागर है दिव्य ज्योत जगाती है।   प्रगति पथ को ले...

वफ़ा से निभाता रहा दोस्ती को | Dosti shayari

वफ़ा से निभाता रहा दोस्ती को ! ( Wafa se nibhata raha dosti ko )    वफ़ा से निभाता रहा दोस्ती को ! बहुत ही उसी ने छला...