Yearly Archives: 2022
माँ की ममता | Maa ki mamta poem
माँ की ममता
( Maa ki mamta )
तुम्हारें हर रुप को मेरा वन्दन है माँ,
तेरे इन चरणों को मेरा प्रणाम है माँ।
माँ तू ही यमुना...
स्कूल | School par Bhojpuri kavita
स्कूल
( School )
ज्ञान के अंगना में आवऽ,
फिरु से हम पलि बढ़ी
कहीं हिम्मत, कहीं बेहिम्मत,
मिल के हम इतिहास गढ़ी
कबो सर जी के आहट से
चारों ओर...
कवि साहित्यिक सफर | Kavi ki sahityik safar par kavita
कवि साहित्यिक सफर
( Kavi sahityik safar )
दिनकर जी की रचना ने भरा दिव्य आलोक।
मुझको कवि बना दिया बाल्यकाल का शौक।
सुधी डॉ के डी यादव...
नई ऐसी पहचान बनों | Kavita nayi aisi pehchan bano
नई ऐसी पहचान बनों
( Nayi aisi pehchan bano )
आसान राहों पर नही मुश्किल राहों पर चलो,
आसमान को चीरकर नई ऐसी पहचान बनों।
भले परेशानियाें का...
मिठ्ठा | Miththa Bhojpuri Kavita
मिठ्ठा
( Miththa )
मिठ्ठा के गोली, भेल्ली कहाला
कई गो दवाई में, काम आ जाला
गनना के रस पाक के भेलली हो जाला
चना के साथ सबेरे खोजाला
गोर...
पेंशन की लड़ाई में मेरी कलम से एक आहुति | Pension...
पेंशन की लड़ाई में मेरी कलम से एक आहुति
( Pension ki ladai mein meri kalam se ek aahuti )
आज समय का आवाहन है, समझो...
हे प्रभु | Hey Prabhu Bhojpuri Kavita
हे प्रभु!
( Hey Prabhu )
मिटा द मन के लोभ
सब कुछ पावे के जे हमरा
लागल बा दिल पे चोट
हे प्रभु!
मिटा द मन के लोभ
दे सकऽ...
वालिदैन | Walidain par kavita
वालिदैन
( Walidain )
फूल खिलाई जिस डाली ने,
कभी न तोड़ो वो डाली।
क्या कसूर है मुझे बताओ,
क्यों हुआ बेघर माली?
जो हाथ झुलाया तुमको झूला,
झूला तूने तोड़...
पूस की ठंड | Poos ki thand par kavita
पूस की ठंड
( Poos ki thand )
पूस की ठंडी ठिठुरन में
तन मन जा रहा है कांप।
आसमान तक फैली है सर्दी
सूरज गया लंका दिशि चाप।।
बीती...
जन्म दिन | Janam din par kavita
जन्म दिन
( Janam din )
आज जन्मदिन के अवसर पर
हम दे क्या उपहार,
सबसे बढ़कर आपको
करते हैं हम प्यार।
मृदुल कोमल सरल है
उत्तम नेक विचार,
आप सुगंधित पुष्प...