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सुन खरी-खरी | Sun Khari-Khari
सुन खरी-खरी!
( Sun khari-khari )
खामियाँ निकालने में साँसें तेरी नप जाएँगी,
रख होश-ओ-हवास काबू में,साँसें उखड़ जाएँगी।
न वक़्त है तेरे काबू में और न ही...
आजादी के शहजादे | Poem in Hindi on Bhagat Singh
आजादी के शहजादे
( Azadi ke shahzade )
अठाईस सितंबर धन्य हुआ,तेईस मार्च की स्तुति में
अठाईस सितंबर उन्नीस सौ सात,
शहीदे आजम हिंद अवतरण ।
रज रज अति...
यह कैसी भक्ति है? | Yah Kaisi Bhakti hai
15 फीट लंबा दैत्य (राक्षस) बनाते हैं और उसके ऊपर 10 फीट बड़े गणेश जी को खड़ा करते हैं! यह कहाँ तक की समझदारी...
.हैसियत | Haisiyat
.हैसियत
( Haisiyat )
शौक नही महफिलों को
सजाने का मुझे
घर की दीवारें भी खड़ी रहें
यही बहुत है मेरे लिए
देखी होगी तुमने ऊंचाई से जमीन
हमने तो जमीन...
गणपति की जय जयकार | Ganpati ki Jai Jaikar
गणपति की जय जयकार
( Ganpati ki jai jaikar )
एक दो तीन चार, गणपति की जय जयकार।
करते सबका बेड़ा पार, विघ्न हरे भरे भंडार।
गणपति की...
सोने सी मुस्कान | Sone si Muskaan
सोने सी मुस्कान
( Sone si muskaan )
सूरज सबको बाँट रहा है सोने सी मुस्कान
कौन है जिसने बंद किये हैं सारे रोशनदान
हमने गीत सदा गाये...
ख्वाब की ताबीर हो तुम | इक नज़्म
ख्वाब की ताबीर हो तुम
( Khwab ki tabeer ho tum )
खुदा की लिखी कोई तहरीर तुम हो
या किसी भूले ख्वाब की ताबीर हो तुम
तस्सव्वुर...
ग़ज़ल खंडहर | Khandhar
खंडहर
(Khandhar )
वक्त के साथ मशीनों के पुर्जे घिस जाते है
जाने कितने एहसासों में इंसान पिस जाते है।
ज़िन्दगी का शिकार कुछ होते है इस कदर
उबर...
पिकनिक | Picnic Laghu Katha
रोज की तरह सुबह उठकर स्कूल जाने के बदले मैं गहरी नींद में सोया था। उठकर भी क्या करता आज तो सभी बच्चे पिकनिक...
हमसफ़र | Laghu Katha Humsafar
अक्सर हम यही सोचते रहते है कि यार हमसफ़र ऐसा होना चाहिए, वैसा होना चाहिए।लेकिन कभी ये नहीं सोचते कि जो हमारे लिए हम...