हंस लो जरा मुस्कुरा लो | Poem hans lo jara

हंस लो जरा मुस्कुरा लो ( Hans lo jara muskura lo )    हंस लो जरा मुस्कुरा लो जिंदगी है चार दिन कीखुशियां तुम मना लो कल किसने देखा...

हे हंसवाहिनी,ऐसा वर दे | Hey Hans Vahini

हे हंसवाहिनी,ऐसा वर दे ( Hey hans vahini aisa var do )   मृदुल मधुर ह्रदय तरंग, स्वर श्रृंगार अनुपम । विमल वाणी ओज गायन, ज्योतिर्मय अन्तरतम । गुंजित कर मधुमय...

कोई पेड़ प्यासा न मरे | Koi ped pyasa na mare

कोई पेड़ प्यासा न मरे! ( Koi ped pyasa na mare )   भटके लोगों को रास्ते पर लाना पड़ता है, वनस्पतियों को जेवर पहनाना पड़ता है। बिना फूल...

मौसम सुहाना है मधुबन खिल सा जाए | Kavita mausam suhana...

मौसम सुहाना है मधुबन खिल सा जाए ( Mausam suhana hai madhuban khil sa jae )   मौसम सुहाना है मधुबन खिल सा जाए बरसे प्रेम सलोना वादियां...

मां की वेदना

मां की वेदना   मां कोख में अपने खून से सींचती रही।  अब तुम बूंद पानी  देने को राजी नहीं।  मां थी भूखी मगर भरपेट खिलाती रही।  अब तुम इक रोटी देने को...

युद्ध के दौरान कविता | Yuddh ke Dauran Kavita

युद्ध के दौरान कविता ( Yuddh ke Dauran Kavita )   रात के प्रवाह में बहते हुए अक्सर अचेत-सा होता हूं छूना चाहता हूं -- दूर तैरती विश्व-शांती की...

हद से ज्यादा फूलो मत | Geet phoolo mat

 हद से ज्यादा फूलो मत ( Had se jyada phoolo mat )    गफलत मे रह झूलो मत, मर्यादा कभी भूलो मत। हद से ज्यादा फूलो मत, अपनों...

धूप का टुकड़ा | Dhoop ka tukda

"धूप का टुकड़ा" ( Dhoop ka tukda )    अलसाई सी सुस्ताई सीसर्दी में दुबकती सी मुरझाई सीकमरे के इक कोने में अपने में ही खुद से उलझती सीमैं......और मुझमें मुझको हीढूँढता साआ गया कहीं सेछिपता छिपाता सा मुझकोमेरे...

Kavita | अधरों पर मुस्कान है कविता

अधरों पर मुस्कान है कविता ( Adharon par muskan hai kavita )   अधरों पर मुस्कान है कविता कवि ह्दय के भाव है कविता उर  पटल  पर  छाप छोड़ती सप्त...

बिन ठोकर के अक्ल न आती | Kavita Bin Thokar ke

बिन ठोकर के अक्ल न आती ( Bin thokar ke akal nahi aati )    गुरु का डंडा और राह की ठोकर, दोनों दरवाजे कामयाबी खोलती। जिस जिसको भी...