सपनों के लिये | Sapno ke liye | Kavita

सपनों के लिये ( Sapno ke liye )  हम अपने हर सपनों को सच कर सकते हैं,  चाहे वो चांद पर जाना हो या हो कोई और...

मधु | Madhu par kavita

 मधु  ( Madhu )    शहद बडी गुणकारी…..|| 1.शहद बडी गुणकारी, रहतीं दूर अनेक बिमारी | अमृत सा गाढा मीठा द्रव्य, कुदरत की कलाकारी | मधु की रचना मक्खी करती,...

खामोशी विरोध की भाषा | Kavita khamoshi virodh ki bhasha

खामोशी विरोध की भाषा ( Kavita khamoshi virodh ki bhasha )  ये खामोशी,  सहमति नहीं विरोध की भाषा है! यह तो मजबूरी है,  सहमति में बदल जाना  किसी तकलीफ देय  घटना के...

नाराज़ नहीं होना | Naraz nahi hona shayari

नाराज़ नहीं होना ( Naraz nahi hona )  अक्सर प्यार में छोटी छोटी बातों पर नाराज़ नहीं होना।जो नाराजगी है उसको जाहिर कर देना ही प्यार है यूँ कब तक...

किसान | Kisan par kavita

 किसान  ( Kisan )   क्या करें मजबूर किसान….|| 1.बैलों को हल मे नह दिया, पसीना बहाये किसान | सून-सान पड़ी जमीन पर, हल रहा चलाये किसान | बीज डाल...

झाडू | Jhadu | Kavita

झाडू  ( Jhadu ) उठ कर सुबह पहला काम…|| 1.सुबह हुई फिर नींद खुली, और हांथ मे ले ली जाती है | सबसे पहले उठ सुबह सबेरे, हर...

धुंआ | Dhuaan

धुंआ ( Dhuaan )   धुंये के कितने रंग…|| 1.उठता है ऊपर आसमान, छूने का जनून होता है | उसे देखकर लोगों मे, हलचल सा शुरूर होता है | भीड...

झाडू वाला | Jhadu wala | Kavita

झाडू वाला ( Jhadu Wala )   कचडे वाला आया......|| 1.ये कौन आया सुबह-सुबह, कब से शोर मचाता है | खर-खर की करता आवाजें, हमें सोते हुए जगाता है...

किस पर लिखूँ | Poem kis par likhu

किस पर लिखूँ ( Kis par likhu )    1. आखिर,किस पर क्या लिखूँ || कलम उठा ली हांथ मे, कागज कोरा ले लिया | बैठा गया मै सोच के, किसी...

बरसात आ गई | Barsaat aa gayi | Kavita

 बरसात आ गई  ( Barsaat aa gayi )   बरसात आ गई.........|| 1.बरसात आ गई, सारे मेढकों की मौज हो गई | टर्र-टर्र की आवाज, सुन्दर सुर की खोज...