अभिनन्दन मां भारती | Maa Bharti

अभिनन्दन मां भारती ( Abhinandan hai maa bharti )    अभिनन्दन है मां भारती तुम्हारा, जन्म हुआ जो भारत वर्ष हमारा। तुम ही सारे इस जगत की माता, अवतरित हुएं...

शोहरतों का परचम | Poem shohraton ka parcham

शोहरतों का परचम ( Shohraton ka parcham )   कीर्ति पताका यशस्वी हो जीवन संवार लीजिए। अपनापन अनमोल बांटकर सबको प्यार कीजिए।   शोहरतों का परचम लहरे शुभ काम हमारा...

Kavita Corona se Ladne ka Upay | कोरोना से लड़ने का...

कोरोना से लड़ने का उपाय ( Corona se ladne ka upay )   घर में रहकर ही करें मौज मस्ती, ये जिंदगी नहीं है सस्ती। करें जीवन का एहतराम, मस्ती...

ईमान चाहिए | Iman Chahiye

ईमान चाहिए! ( Iman chahiye )   रहने के लिए सबको मकान चाहिए, रोजी - रोटी के लिए दुकान चाहिए। फिसड्डी बनके घर में बैठना ठीक नहीं, तन मन को...

जाते हुए लम्हें | Poem Jaate Hue Lamhe

जाते हुए लम्हें! ( Jaate hue lamhe )    ख्वाहिशों की ये बारिश देर तक नहीं टिकती, रितु चाहे हो कोई देर तक नहीं टिकती। लूटो नहीं दुनिया को...

नजरों का धोखा | Doha nazron ka dhokha

नजरों का धोखा ( Nazron ka dhokha )   नजरें  धोखा  खा  गई, कैसी  चली  बयार। अपनापन भी खो गया, गायब सब संस्कार।   नजरों का धोखा हुआ, चकाचौंध...

इंसान बनो | Insan bano kavita

इंसान बनो ( Insan Bano : Kavita )   ये हर तरफ क्या हो गया है, क्यों हर जगह उदासी का मंजर है । लोग छोटी-छोटी बातों पर, क्यों बेवजह...

सोचो नया कुछ करने की

सोचो नया कुछ करने की *******वर्ष नया है तुम भी सोचो नया नया कुछ करने की। करो सामना चुनौतियों की, समय यही है लड़ने की; मुसीबतों से नहीं डरने की। कलम...

बिन मानवता | Kavita Bin Manavta

बिन मानवता ( Bin Manavta )   मैं घंटा शंख बजाऊं,या मंदिर मस्जिद जाऊं। बिन मानवता के एक पल भी,मानव न कहलाऊं।।पहले हवन बाद में दहन,क्यों दुर्गति करवाऊं।। सीधा...

तैराकी | Tairaki

तैराकी ( Tairaki )   डुबाती है तैराकी आपकी या गहराई पानी की लहरे तो हैं दोषी यूं ही जो लाती हैं किनारे त वीसीक... समझे नही देखे नही उतर गए प्रवाह...