चलो दिवाली मनाएँ | Diwali Poem Hindi
चलो दिवाली मनाएँ !
( Chalo diwali manaye )
राम लौटे फिर से अयोध्या, चलो दिवाली मनाएँ,
असत्य पे हुई सत्य की जीत चलो दिवाली मनाएँ।
खेत-खलिहान, घर-आंगन...
मैं चाहता हूं बस तुमसे | Prem kavita in Hindi
मैं चाहता हूं बस तुमसे
( Main chahta hun bas tumse )
मैं चाहता हूं बस तुमसे
थोड़ा सा प्यार
थोड़ा-सा मन
थोड़ा-सा सुकून
थोड़ा-सा अहसास।
मैं तुमसे चाहता हूं बस
थोड़ी-सी...
महंगाई | Kavita mehngai
महंगाई
( Mehngai )
महंगाई ने पांव पसारे कमर तोड़ दी जनता की
सुरसा सी विस्तार कर रही बढ़ रही दानवता सी
आटा दाल आसमान छूते भुगत रहे...
Kavita अनमोल धरोहर
अनमोल धरोहर
( Anmol Dharohar )
बेटी हैं अनमोल धरोहर,
संस्कृति और समाज की।
यदि सभ्यता सुरक्षित रखनी,
सींचो मिल सब प्यार से ।।
मां के पेट से बन न...
तमन्नाएं | Tamannayen
तमन्नाएं
( Tamannayen )
निकला था
आकाश को छू लेने की ख्वाहिश मे
तमन्ना थी सितारों के साथ
बादलों संग खेलूं
चांद की धरती पर सूरज से बाते करूं
पर,
अचानक ही...
आटा साटा की कुरीतियाॅं | Aata sata pratha par kavita
आटा साटा की कुरीतियाॅं
( Aata sata ki kuritiyan )
जन्म से पहले ही तय हो जाती है हमारी यें मौत,
आटा साटा की कुरीतियों पर लगाओ...
श्याम रंग नीला है या काला | Kavita
श्याम रंग नीला है या काला
( Shyam rang neela hai ya kala )श्याम रंग नीला है या काला,बताओ कैसा है नन्दलाला।
पीताम्बर तन मोर मुकुँट...
कलम बोलती है | Kalam bolti hai kavita
कलम बोलती है
( Kalam bolti hai )
कलम बोलती है कलम बोलती है
पूरा तोलती है पूरा तोलती है
गूंज उठती है मंचों पर प्यारी सी रसधार...
आंचल की छांव | Kavita Aanchal ki Chhaon
आंचल की छांव
( Aanchal ki chhaon )
वात्सल्य का उमड़ता सिंधु
मां के आंचल की छांव
सुख का सागर बरसता
जो मां के छू लेता पांव
तेरे आशीष में ...
पीर हमरे करेजवा में आवल करी | Bhojpuri Kavita in Hindi
पीर हमरे करेजवा में आवल करी
(भोजपुरी-इलाहाबादी)
गीत जब केउ सनेहिया क गावल करी।
पीर हमरे करेजवा में आवल करी।।
माया क जहान प्रेम सत्य क निशनवां,
प्रेम की...