साक्षात लक्ष्मी घर आई | Bahu par Kavita

साक्षात लक्ष्मी घर आई ( Sakshat laxmi ghar aayi )    घर-परिवार में हमारे अनेंको खुशियाॅं लाई, वो बहु नही हमारे घर साक्षात लक्ष्मी आई। किया मान सम्मान एवं...

लक्ष्य तक | Lakshya Tak

लक्ष्य तक ( Lakshya tak )   मजबूत इरादों की मंजिल से ही पहुंचा जा सकता है मुकाम तक सोच की मुट्ठी मे भरी बालू तो फिसलकर गिर ही जाती...

अग्निपथ पर अग्निवीर | Agnipath par Agniveer

अग्निपथ पर अग्निवीर ( Agnipath par agniveer )    भारतीय सेना के तीनों अंगों में युवाओं की भर्ती, ४६ हजार नव-युवक होंगे हर साल में यह भर्ती। बेहतर प्रदर्शन...

गुरु शिष्य का भाग्य संवारते | Kavita

गुरु शिष्य का भाग्य संवारते ( Guru shishya ka bhagya sanwarte )   किस्मत का ताला खुल जाता, गुरु शिष्य का भाग्य विधाता। ज्ञान ज्योति जगा घट घट में, अंतर्मन...

नीली छतरी वाला | Kavita Neeli Chatri Wala

नीली छतरी वाला ( Neeli chatri wala )   नीली छतरी वाला बैठा, अपनी डोर हिलाता। कभी हिलोरे लेती नदिया, हिमखंड बहाता।   गर्म हवा जोरों से चलती, आंधी तूफान चलाता। गड़ गड़ करते...

सिद्धिदात्री मां | Siddhidatri maan Aarti

सिद्धिदात्री मां ( Siddhidatri maan )   सिंह सवार मां जगदंबे कमलासन विराजित मां सुख समृद्धि यश की दाता सारे संकट हरती मां   सिद्धिदात्री गुण दाता मां भक्तों के...

Sad Hindi Poem -बीते लम्हें

बीते लम्हें ( Beete Lamhen Kavita )     मैने पाया  बहुत, मैने  खोया बहुत। जिन्दगी तेरे दर , मैने  रोया  बहुत।  ख्वाब मैने बुना, जो हुआ सच मगर। वो मुकम्मिल...

चलो दिवाली मनाएँ | Diwali Poem Hindi

चलो दिवाली मनाएँ ! ( Chalo diwali manaye )    राम लौटे फिर से अयोध्या, चलो दिवाली मनाएँ, असत्य पे हुई सत्य की जीत चलो दिवाली मनाएँ। खेत-खलिहान, घर-आंगन...

महंगाई | Kavita mehngai

महंगाई ( Mehngai )   महंगाई ने पांव पसारे कमर तोड़ दी जनता की सुरसा सी विस्तार कर रही बढ़ रही दानवता सी   आटा दाल आसमान छूते भुगत रहे...

वो-सनम् | Poem O – Sanam

 वो-सनम्  ( O Sanam )    क्या ? आज भी तुम "वही"हो || 1.एक वक्त था ना तुम मुझे जानते थे,ना मै तुम्हें जनता था | फिर दोनो की...