पिकनिक | Picnic Laghu Katha

रोज की तरह सुबह उठकर स्कूल जाने के बदले मैं गहरी नींद में सोया था। उठकर भी क्या करता आज तो सभी बच्चे पिकनिक...

हमसफ़र | Laghu Katha Humsafar

अक्सर हम यही सोचते रहते है कि यार हमसफ़र ऐसा होना चाहिए, वैसा होना चाहिए।लेकिन कभी ये नहीं सोचते कि जो हमारे लिए हम...

हिस्से की शय | Laghu Katha Hisse ki Shay

वे तीन भाई थे। मझले पक्के शराबी और जिद्दी। छोटे वाले स्नातक और अपने कर्मों के भरोसेमंद । सबसे बड़े अध्यापक , पक्के कर्मकांडी, मगर बेहद चालाक। बड़े...

जोकर | Laghu Katha Joker

भीड़ खचाखच थी। रंगमंच आधुनिक रंगों से सज़ा था। गांधी पर ' शो' चल रहा था लेकिन बहुत अधिक मनभावन दृश्य न होने से...

बूंद जो सागर से जा मिली | Prem ki Kahani

सायंकल का वक्त गोधूलि बेला में सूरज की लालिमा वातावरण में मिलकर चलने की तैयारी में है। फूलों की सुगंधों से चारों ओर का...

फर्स्ट नाईट | First Night

फर्स्ट नाईट सुनने में ही कितना रोमेंटिक शब्द लगता है। रोमांस की अनुभूति से भरा हुआ । लेकिन सभी फर्स्ट नाईट रोमांटिक नहीं होती!...

अंतिम चांस | Antim Chance

वैसे उन्हें गुरु जी कहते थे। कहें भी क्यों नहीं जो उन्ही के ही मार्गदर्शन में तो कई उच्च अधिकारी बन गए थे ।...

निर्मला | Nirmala

योग की कक्षा में एक महिला लगातार मुस्कुराए जा रही थी ।बीच-बीच में वह ऐसे तर्कपूर्ण बात करती की लगता संसार की सबसे खुशनसीब...

कृष्ण का दिवाना | Krishna ka Diwana

मनीष अपने परिवार में सबसे बड़ा लड़का है। परिवार में बड़ा होने के कारण माता-पिता का प्रेम कुछ उसे पर ज्यादा ही है। उससे...

शेरू | Sheroo

रात्रि के 11:00 बजे की घंटी बज चुकी थी फिर भी शेर अभी हिसाब मिलने में व्यस्त था । उसे अभी-अभी चिंता सता रही...