रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ | Ghazal

रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ ( Roz rab se main yaron khushi mangata hoon )    रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ! दूर...

रात भर हम करवटें बदलते है | Ghazal Raat bhar

रात भर हम करवटें बदलते है ( Raat bhar hum karvaten badalte hai )   रात भर हम करवट बदलते है ! याद में उसकी रोज़ जलते है   जिंदगी...

जिंदगी में हिज्र की ऐसी रवानी हो गयी | Ghazal

जिंदगी में हिज्र की ऐसी रवानी हो गयी ( Zindagi mein hijr ki aisi rawani ho gayi )    जिंदगी  में  हिज्र  की  ऐसी  रवानी  हो   गयी अब...

आयी देखो फुहार सावन की | Aazam Poetry

आयी देखो फुहार सावन की ( Aayi dekho phuhaar sawan ki )    आयी देखो फुहार सावन की ! खिल रही है बहार सावन की  बूंदों में सरगम उल्फ़त...

बेवफ़ाई का इशारा कर गया | Bewafa par Ghazal

बेवफ़ाई का इशारा कर गया ( Bewafai ka ishara kar gaya )   बेवफ़ाई का  इशारा कर गया जिंदगी को बेसहारा कर गया  बन गया हूँ ग़ैर उसकी नजरों...

हाँ खायी जीस्त में ठोकर बहुत है | Sad Shayari

हाँ खायी जीस्त में ठोकर बहुत है ( Haan khayi jeest mein thokar bahut hai )   हाँ खायी  जीस्त में ठोकर बहुत है जिग़र पे इसलिए  नश्तर...

छोड़ दिया | Chhod Diya

छोड़ दिया ( Chhod diya )   धीरे धीरे ही मगर छोड़ दिया, तेरी आदत सी पड़ गयी थी मुझे। कब तलक बेजती को सहते हम, खुद से नफरत सी...

जिंदगी रोज़ ग़म ने ही सतायी ख़ूब है | Ghazal

जिंदगी रोज़ ग़म ने ही सतायी ख़ूब है ( Zindagi roz gham ne hi satayi khoob hai )   जिंदगी  रोज़  ग़म  ने  ही  सतायी ख़ूब है! हाँ...

बहुत समझाया बहुत मनाया | Suneet Sood Grover Shayari

बहुत समझाया, बहुत मनाया ( Bahot Samjhaya Bahot Manaya )   बहुत समझाया, बहुत मनाया डराया भी ,धमकाया भी वक़्त की नज़ाकत समझो फासलों को नजदीकियां…पर वे तो ऐसे थे...

कभी अपनों ने ही समझा नहीं है | Udasi Bhari...

कभी अपनों ने ही समझा नहीं है ( Kabhi apno ne hi samjha nahin hai )   कभी अपनों ने ही समझा नहीं है ! दिल उनसे इसलिए...