जीवन पहेली समान | Kavita Jeevan Paheli

जीवन पहेली समान ( Jeevan paheli saman )    ऐसा है हमारा यह जीवन का सफ़र, चलते ही रहते चाहें कैसी यह डगर। ख़ुद के घर में अतिथि बनकर...

कल्पना की उड़ान | Kavita Kalpana ki Udaan

कल्पना की उड़ान ( kalpana ki udaan )    कभी लड़को पर ना करना गुरुर, ख़्याल रखें यही एक बात जरुर। लालन-पालन करके किया बड़ा, धूम-धाम से उसकी शादी...

बचपन की बातें | Bachpan par Hindi Poem

बचपन की बातें ( Bachpan ki baatein )    बचपन के वह क्या दिन थें हमारे, हम थें ऐसे वह चमकने वाले तारें। रोने की वज़ह ना हंसने के...

अपनी खिचड़ी अलग पकाना | Kavita Apni Khichdi alag Pakana

अपनी खिचड़ी अलग पकाना ( Apni khichdi alag pakana )    एक कलम होता कलमकार हथियार, जिसको होता माते शारदे का वरदान। मन की बात लिख देता वह कलम...

यह आंखें | Aankhen Poem in Hindi

यह आंखें ( Yah Aankhen )    यें ऑंखें कुछ-कुछ कहती है, लगता है जैसे मुॅंह बोलती है। अचूक निशाना साधे रहती है, ऐसे लगता है जैसे बुलाती है।। यें शर्माती...

ऋतुराज | Rituraj par Kavita

ऋतुराज( Rituraj ) सर्दियों को कर दो अब तुम विदा बसंती पवन पे सब हो रहे फिदाऋतुराज की ये मनमोहक अदा मेहरबान धरती पर हो जैसे खुदाअंबर...

मौत मुक्ति तो नहीं है | Maut par Kavita

मौत मुक्ति तो नहीं है ( Maut mukti to nahi hai )    मृत्यु शाश्वत सत्य है जग में मौत मुक्ति तो नहीं है। मिले हरि भजन से...

दुनिया आबाद रहे | Poem Duniya Aabad Rahe

दुनिया आबाद रहे  ( Duniya aabad rahe )    इंसानों में चरमपंथी यहाँ भी हैं वहाँ भी, फ़रिश्ते यहाँ भी हैं और वहाँ भी। जीडीपी बढ़ रही इस मुल्क...

पगड़ी | Pagadi par Kavita

पगड़ी ( Pagadi )    ये है कपड़े की एक छोटी सी पगड़ी, हरियाणा राजस्थान का मान पगड़ी। आन बान और शान भी यही पगड़ी, इज्जत और ईमान यह प्यारी...

अभिमान | Abhiman par Kavita

मत करना ‌अभिमान ( Mat karna ‌abhiman )    चाहें कितना कोई हो बलवान, या कितना ही हो कोई धनवान। अथवा कितना कोई हो बुद्धिमान, अरे बन्दे तुम मत करना...