सारा जीवन ही बीत गया | Geet Sara Jeevan

सारा जीवन ही बीत गया ( Sara jeevan hi beet gaya )     सारा जीवन ही बीत गया , यह अश्रु-गरल पीते-पीते । जो भरे कलष समझे हमने...

कल्पना की उड़ान | Kavita Kalpana ki Udaan

कल्पना की उड़ान ( kalpana ki udaan )    कभी लड़को पर ना करना गुरुर, ख़्याल रखें यही एक बात जरुर। लालन-पालन करके किया बड़ा, धूम-धाम से उसकी शादी...

बचपन की बातें | Bachpan par Hindi Poem

बचपन की बातें ( Bachpan ki baatein )    बचपन के वह क्या दिन थें हमारे, हम थें ऐसे वह चमकने वाले तारें। रोने की वज़ह ना हंसने के...

भरोसा और प्यार संजीवनी बूटी | Geet Bharosa aur Pyar

भरोसा और प्यार संजीवनी बूटी ( Bharosa aur pyar sanjeevani booti )    खुद पर रख भरोसा प्यारे पथ में प्यार लुटाता जा मन के विश्वास से जग...

अपनी खिचड़ी अलग पकाना | Kavita Apni Khichdi alag Pakana

अपनी खिचड़ी अलग पकाना ( Apni khichdi alag pakana )    एक कलम होता कलमकार हथियार, जिसको होता माते शारदे का वरदान। मन की बात लिख देता वह कलम...

यह आंखें | Aankhen Poem in Hindi

यह आंखें ( Yah Aankhen )    यें ऑंखें कुछ-कुछ कहती है, लगता है जैसे मुॅंह बोलती है। अचूक निशाना साधे रहती है, ऐसे लगता है जैसे बुलाती है।। यें शर्माती...

ऋतुराज | Rituraj par Kavita

ऋतुराज( Rituraj ) सर्दियों को कर दो अब तुम विदा बसंती पवन पे सब हो रहे फिदाऋतुराज की ये मनमोहक अदा मेहरबान धरती पर हो जैसे खुदाअंबर...

मौत मुक्ति तो नहीं है | Maut par Kavita

मौत मुक्ति तो नहीं है ( Maut mukti to nahi hai )    मृत्यु शाश्वत सत्य है जग में मौत मुक्ति तो नहीं है। मिले हरि भजन से...

बड़ी ही सादगी से मना वरिष्ठ साहित्यकार रामकेश यादव का जन्मदिन!

बड़ी ही सादगी से मना वरिष्ठ साहित्यकार रामकेश यादव का जन्मदिन!  मुंबई, पाँच फ़रवरी,1961 को उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जनपद के गांव तेजपुर में पैदा हुए...

दुनिया आबाद रहे | Poem Duniya Aabad Rahe

दुनिया आबाद रहे  ( Duniya aabad rahe )    इंसानों में चरमपंथी यहाँ भी हैं वहाँ भी, फ़रिश्ते यहाँ भी हैं और वहाँ भी। जीडीपी बढ़ रही इस मुल्क...