अगर तू जो एक किताब है
अगर तू जो एक किताब है
तुम्हें पढ़ना चाहता हूं
तेरे हर एक पन्ने को
अगर तू जिंदगी है
जीना चाहता हूं
आहिस्ता-आहिस्ता पूरी उम्र
अगर तू फूल है
तो मैं...
भोर तक | Kavita Bhor Tak
भोर तक
( Bhor Tak )
लोग तो बदल जाते हैं मौसम का रंग देखकर
मगर तुम न बदलना कभी मेरा वक्त देखकर
बड़े नाज़ों से पाला...
शोषित समाज के प्रति चिंता प्रधान ग़ज़ल-संग्रह:- “ज़िन्दगी अनुबंध है”
आज मैं बहुत खुश हूं कि लीक से हटकर लिखी गईं आर. पी. सोनकर जी की ग़ज़लें पढ़ रही हूं । हम देखते हैं...
ग़र्ज़ के रिश्ते | Garz ke Rishte
ग़र्ज़ के रिश्ते
( Garz ke Rishte )
कुछ एक रिश्ते ऐसे भी होते हैं,
जो बिना ग़र्ज़ के बने होते हैं,
उनकी शानो-शौकत न देखी जाती,
जिनको हमारे...
आसमान तक पहुंच हो
आसमान तक पहुंच हो
आसमान तक पहुंच हो, धरती पर हो पांव।
कर लो शुभ कर्म ऐसे, रोशन हो जाए गांव।
कीर्ति पताका नभ छाए, दुनिया में...
जय-जय मतदाता | Kavita Jay Jay Matdata
जय-जय मतदाता
( Jay Jay Matdata )
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता...
आओ बेवजह बातें करें | Kavita Aao Bewajah Baat Karen
आओ बेवजह बातें करें
( Aao Bewajah Baat Karen )
आओ बैठो बेवजह बातें करते हैं।
जीवन में कुछ सुनहरे रंग भरते हैं।
मुस्कुराता चेहरा चमक सा...
अंतर लहरें उठ रही हैं, नेह के स्पंदन में
अंतर लहरें उठ रही हैं, नेह के स्पंदन में
मन गंगा सा निर्मल पावन,
निहार रहा धरा गगन ।
देख सौम्य काल धारा,
निज ही निज मलंग मगन...
मां की पुण्यतिथि | Kahani Maa ki Punyatithi
एक विद्यालय में महिला अभिभावक अपने बच्चों के एडमिशन के लिए आई वह प्रधानाचार्य जी से कहे जा रहे थी -"देखिए यह सामने दरवाजा...
आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी | Acharya Shri Mahapragya Ji
आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी
( Acharya Shri Mahapragya Ji )
महाप्रज्ञ जी का ध्यान धर ले ।
अपनी नैया भव से हम पार लगा ले |
खेवैया बनकर...