बाल मजदूरी | Poem in Hindi on child labour

बाल मजदूरी  ( Bal majduri )    नही करवाना बाल- मजदूरी, समझें इनकी कोई मज़बूरी। बनने दो इनको शक्ति-शाली, बचपने में होती है कमजोरी।।   पहले होने दो शरीर मज़बूत, रखना  बाल मजदूरी...

जीवन ही संघर्ष है | Jeevan sangharsh par kavita

जीवन ही संघर्ष है ( Jeevan hi sangharsh hai )    परिश्रम करने वालों की कभी हार नहीं होती, यें मेहनत कभी किसी की बेकार नहीं जाती। हिम्मत हौसला...

भारतीय संविधान | Samvidhan par kavita

भारतीय संविधान ( Bhartiya samvidhan )    कोटि कोटि कंठो से निकली एक यही स्वर धारा है सबसे न्यारा सबसे प्यारा सुसंविधान  हमारा  है,   शत् शत् नवल प्रणाम तुम्हें एक तुम्हीं सहारा...

माँ की ममता | Maa ki mamta par kavita

माँ की ममता ( Maa ki mamta )    आंचल में छुपाकर के अपने ममता के स्नेह से नहलाती है करती मां दुलार बच्चों को मोती प्यार भरे लुटाती है   सुकून...

मोक्ष पाओगे | Moksh par kavita

मोक्ष पाओगे! ( Moksh paoge )   राम को हराकर बता क्या पाओगे, सत्य को पछाड़कर भी क्या पाओगे? अगर सत्य के पाले में खड़े रहे तो, जाते -...

अब ख़ुद ही निखरना है | Hindi kavita on motivation

अब ख़ुद ही निखरना है ( Ab khud hi nikharna hai )   अपनें आपको तपाकर अब ख़ुद ही निखरना है, उलझनों को सुलझाकर आगे बढ़ते ही रहना...

जीने के लिए | Kavita jeene ke liye

जीने के लिए  ( Jeene ke liye )    कक्षा में बिल्कुल पीछे पिछले सीट पर मैला कुचैला निराश उदास बैठा सबसे दूर, न कापी न कलम न पढ़ने का मन, मैंने डांटा धमकाया पर दबा दबा सा मुझे देखा देखता रहा अंततः...

घर | Ghar par kavita

घर ( Ghar )   सोने बैठने रहने का ठिकाना है सबसे सुंदर आशियाना है घर।। जहां मां बाप भाई हैं बेटा बेटी और लुगाई है जहां अपने है जीवन...

सलीका सिखाएँगे | Kavita salika sikhayenge

सलीका सिखाएँगे! ( Salika sikhayenge )   हम सिर्फ जिन्दा रहे,तो मर जाएँगे, देश के लिए जिएँ, तो जी जाएँगे। मुबारक हो उन्हें जो सोते रुपयों पे, हम तो वहाँ...

संविधान दिवस | Samvidhan Divas par Kavita

संविधान दिवस ( Samvidhan divas )  ( 2 )   प्रेरणा पुंज आभा में, हिंद धरा अभिजागर यथार्थ स्वतंत्रता परम प्रहरी, हर नागरिक हित रक्षक । शासन प्रशासन उत्तम सेवा, अंकुश राष्ट्र...