शाम लगभग नौ बजे | Shaam lagbhag nau Baje

शाम लगभग नौ बजे  ( Shaam lagbhag nau baje )    एक दिननिकला सड़क परशाम लगभग नौ बजेमैं गया कुछ दूर देखासब्जियां कुछ थे सजे,टिमटिमाते मोमबत्तीकी उजाला...

आधार | Aadhaar

आधार ( Aadhaar )    मिले हुए संस्कार ही करते हैं वैचारिक सृजन सोच मे संगत का प्रभाव भी संभावित है किंतु ,यदि पृष्ठभूमि भी सुदृढ़ हो तो बारिश की बूंदें गिरकर...

अहंकार और विश्वास | Ahankar aur Vishwas

अहंकार और विश्वास ( Ahankar aur vishwas )    अहंकार और विश्वास में, जमीं आसमां का फर्क उर तरंग नित्य पावन, निज शक्ति अवबोध । व्यक्तित्व धारण नम्रता, नेह झलक कृतित्व...

छुट्टा पैसा और गरीब आदमी | Gareeb Aadmi

छुट्टा पैसा और गरीब आदमी ( Chutta paisa aur gareeb aadmi )    छुट्टा पैसा और गरीब आदमी दोनो ही काम के हैं । बड़ी नोट, बड़ा आदमी बड़े नाम...

सजनी की चतुराई सैया करे सफाई | Sajni ki Chaturai

सजनी की चतुराई सैया करे सफाई ( Sajni ki chaturai saiya kare safai )    लो घर-घर दिवाली आई, शौहर की शामत आई। देखो सजनी की चतुराई, अब...

तपना होगा | Tapna Hoga

तपना होगा ( Tapna hoga )    बेतहाशा भागती इस भीड़ मे तुम्हारी विनम्रता की आवाज भी कोई मायने नही रखती ठीक है ,आपकी भावनाओं मैं दया ,ममता ,करुणा सभी हैं फिर...

दीप जले या दिल | Deep Jale ya Dil

दीप जले या दिल ( Deep jale ya dil )   जल रहे है दिल ये कैसी दिवाली है कही गरीबी है , कही बदहाली हैं फट रहें हैं बम लोगों की...

धूल रहे ना मन आंगन में | Dhool Rahe na Man...

धूल रहे ना मन आंगन में ( Dhool rahe na man aangan me )   लो आ गई दिवाली भाई, कर लो साफ सफाई। धूल रहे ना मन...

मैं अपना | Main Apna

मैं अपना ( Main Apna )    मैं अपना सर्वस्व लुटा दूँ. फिर भी तुम्हारी नजर में नहीं आऊँगा क्योंकि तुम्हारी निरपेक्षता केवल जिहवा पर आती है. तुम बहुत ही माइनर हो, तुमने रचकर छद्म मकड़जाल इसीलिए लोगों को शिक्षा से वंचित किया, जिससे तुम मिटाकर सारी वास्तविकता...

दो सहेली | Do Saheli

"दो सहेली" ( Do Saheli )   जेठ की दुपहरिया सबको खल रही थी, तेज धूप के साथ गर्म हवाएं चल रही थी। दो लड़कियां बातें करते हुए जा...