रिश्तों का सच | Kavita

रिश्तों का सच ( Rishton ka sach )   स्वार्थ से परिपूर्ण रिश्ते,इस जहां में हो गए है, पुष्प थे जो नेह के वो, शूल विष के बो...

Hindi Kavita| Hindi Poem | Hindi Poetry आज के बच्चे

आज के बच्चे ( Aaj Ke Bache ) आज के बच्चे बड़े चालाक करने लगे मोबाइल लॉक खाने पीने में होशियार रोवे  जैसे रोए सियार मांगे बाप से रोज ए...

दहकता कश्मीर | Kashmir par kavita

दहकता कश्मीर ( Dahakata kashmir )   कभी फूलों का गुलशन था,दहकता आग बन गया। कभी धरती का जन्नत था, जो अब विरान बन गया।   कभी वो साज फूलों...

गणपति बप्पा | Ganpati bappa kavita

गणपति बप्पा ( Ganpati bappa kavita )   मुश्क की सवारी, मोदक देख मुँह मे उनके लाल है। ज्ञान का रूप, असुरो के काल हैं। एक दंत, महाकाय रूप मनमोहक उनकी चाल हैं देह...

जीते जी मर जाना | Poem jeete jee mar jana

जीते जी मर जाना ( Jeete jee mar jana )   मजबूरियों में ना जीना साहस तो दिखलाना। जिंदगी के सफर में प्यारे एक मुकाम बनाना।   मेहनत के दम...

कुछ दिन पहले

कुछ दिन पहले    कुछ दिन पहले मैं आकर्षित हो गया था उसके गौर वर्ण पर उसके मदहोश करते लफ़्ज़ों पर उसके उभरे उरोजों पर......  उसने कहा था-  तुम भी मुझे अच्छे...

वीर अभिमन्यु | Abhimanyu par Kavita

वीर अभिमन्यु ( Veer Abhimanyu )    हे महावीर तुझको है शत्-शत् नमन, अभिमन्यु नही थें किसी से भी कम। आज महाभारत युद्ध ‌आए हमें याद, भीम अर्जुन जैसा दिखाया...

इंसान बनो | Insan bano kavita

इंसान बनो ( Insan Bano : Kavita )   ये हर तरफ क्या हो गया है, क्यों हर जगह उदासी का मंजर है । लोग छोटी-छोटी बातों पर, क्यों बेवजह...

भाई में फौजी बणग्यो

भाई में फौजी बणग्यो   छोड़ गाॅंवा की खेती-बाड़ी भाई में फ़ौजी बणग्यो, मूॅंछ मरोड़ कर निकलूं हूॅं भाई में नौकरी लागग्यो। गैंती फावड़ों और खुवाडयो‌ं चलाबो अब...

सत्कार | Satkar kavita

सत्कार ( Satkar )   आन मान मर्यादा का सत्कार कीजिए जो बने नींव के प्रस्तर आभार दीजिए   माता-पिता गुरु की सेवा सत्कार कीजिए आशीषो से झोली भर खूब प्यार...