पहचान | Pahchan par Bhojpuri Kavita
पहचान
( Pahchan )
हम बिगड़ गइल होती
गुरु जी जे ना मरले होते
बाबु जी जे ना डटले होते
भइया जे ना हमके समझइते
आवारा रूप में हमके पइते
बहिन...
रोटि | Roti par Bhojpuri Kavita
" रोटि "
( Roti )
बड़ी अजीब दुनिया बा
रोटी उजर तावा करिया बा
केहु पकावे केहु खाये
कुर्सी पे बइठ हाथ हिलाये
जे पकाय जरल खाये
सुन्दर रोटी कुर्सी...
भारत | Bharat par Bhojpuri Kavita
भारत, भोजपुरी कविता
( Bharat Bhojpuri Kavita )
भारत देश हमार, जेके रुप माई समान
चेहरा काशमीर, मुडी हिमालय मुकुट के पहचान
बायां हाथ अरु, आसाम
मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम,...
ताक द हम पे हे भगवान | Hey Bhagwan Bhojpuri Kavita
ताक द हम पे हे भगवान
( Taak da hum pe hey Bhagwan )
अब उब गईल बानी इ जिंदगी से
कहवा बा तोहर ध्यान
हम अग्यानी, मुरख,...
समोसा | Samosa par Bhojpuri Kavita
समोसा
( Samosa )
आज खड़ा रहनी हम बजार में
भिंड भरल रहे अउर सबे रहे अपना काम में
दुकानदार चिललात रहे हर चिज़ के दाम के
तले एगो...
कलयुग | Kalyug par Bhojpuri Kavita
" कलयुग "
( Kalyug )
धधक-धधक अब धधक रहल बा
चिंगारी अब भड़क रहल बा
लोगन में बा फुटल गुस्सा
हर जान अब तड़प रहल बा
कहीं आवाज अउर...
दिया काहे बुझ गईल | Diya Kahe Bujh Gayeel Bhojpuri Kavita
दिया काहे बुझ गईल
( Diya kahe bujh gayeel )
दिया काहे बुझ गईल
तेल के कमी से, या पईसा के नमी से
सब केहु कहे सुत गईल
दिया...
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा | Hamre Deshwa
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा!
( Hamre deshwa ke duniya me maan ba )
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा,
हम सब कै जान...
मिठ्ठा | Miththa Bhojpuri Kavita
मिठ्ठा
( Miththa )
मिठ्ठा के गोली, भेल्ली कहाला
कई गो दवाई में, काम आ जाला
गनना के रस पाक के भेलली हो जाला
चना के साथ सबेरे खोजाला
गोर...
चेहरा | Chehra par Bhojpuri Kavita
चेहरा
( Chehra )
कहाँ गेईल ऊ माटी पे से चेहरा
टाटी पे रचल बतावे कुछ गहरा
गांव देहत में लऊके सुनहारा
मिट गईल बा ओपे पहरा
हर टाटी पे...