हिन्दी कविता बेटी | Poem by Sumit

"बेटी" नील गगन को छूना चाहती हूँ, आसमान में उड़ना चाहती हूँ, माँ मुझे भी दुनिया में ले आ मैं भी तो जीना चाहती हूँ । मुझे भी खूब...

दर्द ए जुदाई | Dard – E – Judai

दर्द ए जुदाई ( Dard - E - Judai )    दर्द ए जुदाई सहता बहुत हूँ मैं कुछ दिनों से तन्हा बहुत हूँ दुश्मन मेरा क्यों बनता...

दुआएं जब दवा बन जाती है | Duayen Jab Dava ban...

दुआएं जब दवा बन जाती है ( Duayen jab dava ban jati hai )    दुआएं जब दवा बन जाती है, खूब असर दिखाती है। बदल जाती किस्मत सारी, जीवन...

बाबा रामसा पीर दरबार | Baba Ramsa Peer Darbar

बाबा रामसा पीर दरबार ( Baba Ramsa Peer Darbar )    लोक आस्था परम केंद्र ,बाबा रामसा पीर दरबार शेखावाटी स्वर्ण नगरी नवलगढ़, शोभित लोक देवता रामदेव जी धाम। पूर्ण...

तेरे नाम का सहारा | Hamd in Hindi

तेरे नाम का सहारा ( Tere naam ka sahara )    तेरे नाम का सहारा,मेरे वास्ते बहुत है तेरा एक ही इशारा,मेरे वास्ते बहुत है मेरी धड़कनों में तू...

वशीकॄत खामोशी | Vashikrit Khamoshi

वशीकॄत खामोशी ( Vashikrit Khamoshi )    अनिश्चित अपरिचित भयावह सी खामोशी गहरे छाप छोड़ और हावी होकर मेरे अन्तर्मन पर मुझे धकेलने की कोशिश करती पश्चाताप और ग्लानि के निर्जन कुंए में.. अनियंत्रित अदमित जुनूनी सी मोहब्बत अमानचित्रित और निषेधित करती खामोशी...

हिन्दी कविता मजदूर | Poem by Roshan Sonkar

हिन्दी कविता मजदूर ( Hindi Kavita Majdoor )    मजदूर का न कोई नेता न मजदूर की कोई सरकार । किसे सुनाए दुखड़ा अपनी किसकी करे पुकार । एक मजदूर गया...

बड़ों की दुआओं में प्यार | Badon ki Dua

बड़ों की दुआओं में प्यार ( Badon ki duaon mein pyar )   झोली भर लो मेरे यार, बड़ों की दुआओं में प्यार। मां की ममता दे आशीष,...

विश्वास | Vishwas

विश्वास ( Vishwas )    माना ,मैं कुछ नही नंदी भर हूं उनके सागर की तब भी गर्व है मुझे की उनकी इकाई तो हूं ! विश्वास है मुझे कर्म ही मंजिल...

बचपन वाली ड्रेस | Bachpan wali Dress

बचपन वाली ड्रेस ( Bachpan wali dress )    मेरे बचपन की वो नीली ड्रेस मेरे सबसे खास है, आज भी सहेजे हुए वो अलमारी में मम्मी के...