शाम के बाद | Shaam ke Baad

शाम के बाद ( Shaam ke Baad )   हर शाम के बाद फकत अंधेरा ही नहीं होता पूनम का उजाला और प्रभात का भोर भी होता है आप बस...

विपदाओं के चक्रव्यूह

विपदाओं के चक्रव्यूह   बाधाएं तो आतीं हैं, औ आगे भी आएंगी ! अविचल बढ़ो मार्ग पर अपने खुद ही मिट जाएंगी !! विकट समस्याओं के सम्मुख तुम तनिक नहीं घबराना...

संघर्ष पथ पर | Kavita Sangharsh Path par

संघर्ष पथ पर, मानव सदा अकेला   स्वार्थी रिश्ते नाते परिवार समाज, सफलता संग अपनत्व भाव । विपरित कटु वचन प्रहार, शत्रुवत आचरण बर्ताव । आलोचना तीर अवरोध पर्याय, कदम कदम...

नया दौर | Kavita Naya Daur

नया दौर ( Naya Daur )   इतना बेरुख जमाना हो गया मुसकुराना तक गुनाह हो गया जजबातों का जमाना अब कहां हर इक शय अंजाना हो गया खून की...

शब्द प्रणय | Shabd Pranay

शब्द प्रणय  ( Shabd Pranay )   शब्द प्रणय में,संवर रही कविताई उर भाव मृदुल मधुर, श्रृंगार अनूप नित यथार्थ । संवाद अनुपम मोहक प्रभा, साधन साध्य ध्येय परमार्थ । अथाह नैतिक...

2623 वां महावीर जन्म कल्याणक दिवस

2623 वां महावीर जन्म कल्याणक दिवस   भगवान महावीर का ध्यान धरे । सुप्त चेतना को जगाये । आत्मा की उज्जवलता को पाये । भगवान महावीर का ध्यान धरे...

कर्म से तू भागता क्यों | Kavita Karm

कर्म से तू भागता क्यों ?   क्या बंधा है हाथ तेरेकर्म से तू भागता क्यों?पाव तेरे हैं सलामतफिर नहीं नग लांघता क्यों?नाकामियों ने है डरायावीर...

ईद सबके लिए खुशियाँ नहीं लाती | Eid Kavita

ईद सबके लिए खुशियाँ नहीं लाती   रोजे हुए मुकम्मल अब ईद आई है कहाँ से लाऊँ? घी शक्कर सेवइयां नये अंगवस्त्र... बच्चों की है जिद जबरदस्त! ईदगाह जाने की है जल्दी कैसे...

आई लव यू में | I Love you Mein

आई लव यू में ( I Love you Mein ) प्रेम जप तप लगन , तन मन मुदित भाव । निहार अक्स आकर्षण, जीवन सौम्य शीतल छांव । शब्द अर्थ...

अरुणोदय | Kavita Arunoday

अरुणोदय ( Arunoday )   सूरज ने अरूणिम किरणों से वातायन रंग डाला ! लगे चहकने पंछी नभ में अनुपम दृश्य निराला !! ताल तलैया नदी सरोवर मिल स्वर्णिम रस घोले! लगे...