वह राम कहां से लाऊं मैं | राम पर कविता
वह राम कहां से लाऊं मैं शबरी के जूठे बेरों सेजो तनिक नहीं भी बैर कियासब ऊंच - नीच के भेदों...
पर हार कभी न स्वीकार कर | Haar Kabhi na Swikar...
पर हार कभी न स्वीकार कर
( Par haar kabhi na swikar kar )
दर्श पथ कंटक बाधा ,
किंचित नहीं घबराना ।
थोड़ा चिंतन मनन कर,
मूल कारण...
मकर संक्रांति | Makar Sankranti
मकर संक्रांति
( Makar Sankranti )
मकर संक्रांति पर्व सुहाना,
स्वच्छंद रूप से पतंग उड़ाना।
उत्तरायण हुए सूर्य देवता,
इनको हृदय से अर्द्ध चढ़ाना
दान पुण्य खिचड़ी कर आना,
पावन...
श्री राम कथा | Shri Ram Katha
श्री राम कथा
( Shri Ram Katha )
श्री राम कथा वंदन शुभकारी
त्रेता युग हिंद अखंड धरा,अयोध्या नगरी अनूप ।
दिव्य भव्य रघुवंश कुल,दशरथ लोकप्रिय भूप ।
कैकयी...
मकर संक्रांति पर्व | Makar Sankranti Parv
मकर संक्रांति पर्व
( Makar sankranti parv )
उड़ी उड़ी रे पतंग देखो उड़ी रे पतंग,
मन हुआ है मतंग देख कर ये पतंग।
कभी इधर चली तो...
दिल को अब किसी की जरूरत नहीं | Dil ko Ab
दिल को अब किसी की जरूरत नहीं
( Dil ko ab kisi ki jarurat nahi )
ढूंढ लेता खुशियां दिल कहीं ना कहीं।
दिल को अब किसी...
बेटी का घर | Beti ka Ghar
बेटी का घर
( Beti ka ghar )
बेटी का नहीं होता कोई अपना घर न्यारा,
घर चाहे पिता का हो या पति का, होता है पराया।
"पराये...
कृत्रिम बुद्धिमत्ता | Kritrim Buddhimatta
कृत्रिम बुद्धिमत्ता
( Kritrim buddhimatta )
जानें कृत्रिम बुद्धिमता का यथार्थ
वर्तमान विज्ञान प्रगति प्रयास,
मनुज दिव्यता प्रतिस्थापन ।
यंत्रवत परिवर्तन उपमा,
तीव्रता शुद्धता कार्य संपादन ।
लघु काल लाभ आधिक्य,
सकारात्मक...
रक्तबीज सी अभिलाषाएं | Raktabeej
रक्तबीज सी अभिलाषाएं
( Raktabeej si abhilashayen )
रे मायावी बोल।
आदि अन्त क्या इस नाटक का,
कुछ रहस्य तो खोल।
रे मायावी बोल।
रह कर स्वयं अदृश्य दृश्य तू
प्रतिपल...
बोलो जय श्रीराम | Bolo Jai Shree Ram
बोलो जय श्रीराम
( Bolo Jai Shree Ram )
घर -घर में छाए राम,
विराजे देखो अयोध्या धाम,
कि बोलो जय श्रीराम,
कि बोलो जय श्रीराम।
भगवा झंडा लहराया,
वर्षों बाद...