तुलसीदास जी | Chhand Tulsidas Ji
तुलसीदास जी
( Tulsidas Ji )मनहरण घनाक्षरी
तुलसी प्यारे रामजी,
राम की कथा प्यारी थी।
प्यारा राम रूप अति,
रामलीला न्यारी थी।
राम काव्य राम छवि,
नैनों में तुलसीदास।
रामचरितमानस,
राम कृपा...
जेठ की गर्मी | Chhand jeth ki garmi
जेठ की गर्मी
( Jeth ki garmi )मनहरण घनाक्षरी
चिलचिलाती धूप में,
अंगारे बरस रहे।
जेठ की दुपहरी में,
बाहर ना जाइये।
गर्मी से बेहाल सब,
सूरज उगले आग।
तप रही धरा...
सूर्य अस्त होने लगा | कुण्डलिया छंद | Kundaliya chhand ka...
सूर्य अस्त होने लगा
( Surya ast hone laga )
सूर्य अस्त होने लगा,
मन मे जगे श्रृंगार।
अब तो सजनी आन मिल,
प्रेम करे उदगार।।
प्रेम करे उदगार,
रात को...
गाँव | Gaon par chhand
गाँव
( Gaon )मनहरण घनाक्षरी
टेडी मेडी पगडंडी,
खलिहानों की वो क्यारी।
ठंडी-ठंडी बहारों में,
गांव चले आइए।
मीठे मीठे बोल मिले,
सद्भाव प्रेम गांव में।
हरे भरे पेड़ पौधे,
ठंडी छांव...
सिद्धिदात्री | Chhand siddhidatri
सिद्धिदात्री
( Siddhidatri )मनहरण घनाक्षरी
नवशक्ति सिद्धिदात्री,
सिद्धियों की दाता अंबे।
साधक शरण माता,
झोली भर दीजिए।
ध्यान पूजा धूप दीप,
जप तप माला पाठ।
भगवती भवानी मांँ,
शरण में लीजिए।
पंकज पुष्प विराजे,
चतुर्भुज...
कालरात्रि | Chhand kalratri
कालरात्रि
( Kalratri )मनहरण घनाक्षरी
काली महाकाली दुर्गा,
भद्रकाली हे भैरवी।
चामुंडा चंडी रुद्राणी,
कृपा मात कीजिए।
प्रेत पिशाच भूतों का,
करती विनाश माता।
सिद्धिदात्री जगदंबे,
ज्ञान शक्ति दीजिए।
अग्नि ज्वाला से निकले,
भयानक रूप...
उपवास | Upwas chhand
उपवास
( Upwas )मनहरण घनाक्षरी
नेम धर्म व्रत करे
विश्वास श्रद्धा भाव से
प्रभु सुमिरन कर
उपवास कीजिए
जब तप योग ध्यान
सर्व शक्ति हरि मान
दुर्गुण दोष मन से
त्याग सुधा दीजिए
मन...
भक्त प्रह्लाद | Bhakt Prahlad
भक्त प्रह्लाद
( Bhakt prahlad )
होलिका भी जल गई,
प्रह्लाद को भर गोद,
हर्ष जग में छा गया,
सब होली मनाइए।
सद्भाव की घटाएं भी,
लाई रंगों की बहार,
घट घट...
होली | मनहरण घनाक्षरी | Holi ke chhand
होली
( Holi )
गोरा गोरा गाल गोरी,
राधा रंग ले आओ जी,
आओ खेलें संग होली,
रंग बरसाइये।
फूलों की होली भावन,
मत रंग लगाओ जी,
रंगीलो फागुन आयो,
मस्ती भर गाइये।
हंसी-खुशी...
बसंत | मनहरण घनाक्षरी | Basant ritu par chhand
बसंत
हर्षाता खुशियां लाया,
सुहाना बसंत आया।
बहारें लेकर आया,
झूम झूम गाइए।
मधुमास मदमाता,
उर उमंगे जगाता।
वासंती बयार आई,
खुशियां मनाइए।
पीली सरसों महकी,
खिली कलियां चहकी।
फूलों पे भंवरे छाए,
प्रेम गीत गाइए।
प्रीत...