उसने किया होगा ‘गजल’

उसने किया होगा 'गजल'   होके मजबूर मुझे उसने भुलाया होगा जहर जुदाई का उसने खातिर मेरे खाया होगा  कांटो को चुनकर उसने मेरे राहों से  उसने जीवन में...

उनकी तस्वीर को हमें गले से लगाना था

उनकी तस्वीर को हमें गले से लगाना था   उनकी तस्वीर को हमें गले से लगाना था बाकी सब तो फ़क़त इसीका बहाना था  मुहब्बत यूँ भी तो...

किस्सा-दर-किस्सा | Kissa-dar-kissa | Ghazal

किस्सा-दर-किस्सा ( Kissa-dar-kissa )    किस्सा-दर-किस्सा का मुझे साफ़ बयानी चाहिए कुछ किताबें, कुछ रंजिशें और कुछ गुमानी चाहिए   ये भी बहोत खूब है, तुम्हे कुछ भी तो नहीं...

उसके आँखों में सुहाल होगा | Ghazal uske aankhon mein

उसके आँखों में सुहाल होगा ( Uske aankhon mein suhal hoga )   उसके आँखों में सुहाल होगा और कहाँ इस जहाँ में येसे मिराल होगा   हुस्न-ए-अंदाज़ से टुटा...

वह छुपे पत्थर के टूटने पर मीर ही ना हुई |...

वह छुपे पत्थर के टूटने पर मीर ही ना हुई ( Vah chhupe patthar ke tootne par meer na huee )  वह छुपे पत्थर के टूटने...

तर्क-ए-आम ना कर मुझसे मुहब्बत का | Ghazal tark-e-aam

तर्क-ए-आम ना कर मुझसे मुहब्बत का ( Tark-e-aam na kar mujhse muhabbat ka )   सच का खिदमत भी हो तो कुछ इश्क़ की तरह कभी खैरियत भी...

चौखट में कोई आए तो | Chaukhat mein koi aaye to...

चौखट में कोई आए तो ( Chaukhat mein koi aaye to )    चौखट में कोई आए तो लगता है की तुम हो धीमे से गले कोई लगाए...

दिल की दर्द-ए-मुहब्बत | Dard-e-muhabbat | Ghazal

दिल की दर्द-ए-मुहब्बत ( Dil kee dard-e-muhabbat )   ❣️ दिल की दर्द-ए-मुहब्बत कहूं तो किस से कहूं क्या है हमारी ख्याल-ए-वहसत कहूं तो किस से कहूं ❣️ नीला दीखता है...

कुछ खतायें है अक्स-ए-रुखसार में | Ghazal kuch khataayen

कुछ खतायें है अक्स-ए-रुखसार में ( Kuch khataayen hai aks e rukhsaar mein )   कुछ खतायें है अक्स-ए-रुखसार में हम बिगड़ चुके है निगाह-ए-यार में   चस्म-ए-क़ातिल से हमे...

किस अंदाज़ से मुख्तलिफ थे तुम हमसे | Ghazal kis andaaz...

किस अंदाज़ से मुख्तलिफ थे तुम हमसे ( Kis andaaz se mukhtaliph the tum humse )   राह भटक ही जाए साहिल ऐसी तो ना थी ढूंढ़ने से...