Diwali ki Kavita | मिट्टी के पावन दीये
मिट्टी के पावन दीये
( Mitti ke pavan diye )
आओ जलाएं दीपक हम मिट्टी के पावन दीये।
रोशनी से जगमगाए घर आंगन सब कोने प्रिये।
देते ये...
ऐसे धनतेरस मनाए | Aise Dhanteras Manaye
ऐसे धनतेरस मनाए
( Aise Dhanteras manaye )
धनतेरस को भले हर घर धन ना बरसे,
लेकिन कोई भूखा रोटी को ना तरसे!
भले खूब सारे पैसे हमारे...
धनतेरस का पर्व | Dhanteras ka Parv
धनतेरस का पर्व
( Dhanteras ka parv )
कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को आता,
इसदिन माॅं लक्ष्मी की पूजा हर हाल मे सब करता।
धनतेरस...
मतदान करना | Matdan Kavita
मतदान करना
( Matdan karna )
बात मानो हमारी सारी जनता ।
वोट डालने तो जाना पड़ेगा।।
लोकतंत्र की यही है जरूरत।
इसे मजबूत करना पड़ेगा।।
यह जो अधिकार सबको...
रूठे अल्फाज़ | Roothe Alfaaz
रूठे अल्फाज़
( Roothe alfaaz )
अल्फाज रूठ से गए मुझ से ,
मानो कहते हों
खफा हू मै तुझसे
गम ए दर्द सुनाऊं
तो आंसू के मोती पलकों पर...
अमन का दरख्त | Aman ka Darakht
अमन का दरख्त!
( Aman ka darakht )
काँटा बोनेवाला आदमी, इंसान तो नहीं,
पर डरो नहीं उससे, वो भगवान तो नहीं।
एक आदमी में होते हैं दस-बीस...
लोकतंत्र के तानाशाह | Loktantra ke Tanashah
लोकतंत्र के तानाशाह
( Loktantra ke tanashah )
जमीनें खिसक रहीं, लोकतंत्र के तानाशाहों की
ऊर्जस्वित हुए कदम अब,
हौसली उड़ान भरने को।
दृढ़ संकल्प परम प्रण पद,
राष्ट्र धरा...
तब्दीली | Tabdeeli
तब्दीली
( Tabdeeli )
आपके शब्द , नीयत और कर्म
समय की दीवार से टकराकर
लौटते ही हैं आप तक
यहां आपका बाली या सामर्थ्य कोई मायने नहीं रखता
मजबूर...
जगमगाती दीपावली | Jagmagati Dipawali
जगमगाती दीपावली
( Jagmagati dipawali )
दीप प्रज्ज्वलित हो रहें
छठ रही है बदली काली ,
तुम्हारे मन के कोने में कही
ना रहें कोई जगह खाली
भर लो खुशी...
मिलता वही सब आपको | Milta Wahi
मिलता वही सब आपको
( Milta wahi sab aapko )
लोक जन कल्याण हेतु
लिख रहे जो काव्य हैं,
पीढ़ियों को सीख देकर
दे रहे जो ताप है,
रह गया ...