मोबाइल- hindi kavita

मोबाइल   -->मोबाइल से क्या सही,क्या गलत हो रहा है || 1.नहीं था बड़ा सुकून था, दोस्त परिवार के लिये समय था | दिल मे चैन दिमाक शांत,...

इक्कीसवीं सदी में ढूंढते ही रह जाओगे | Kavita dhoondte hi...

इक्कीसवीं सदी में ढूंढते ही रह जाओगे ( Ikkeesaveen sadi me dhoondhte hi rah jaoge )   दीवारों में बड़े आले, सुसराल में दस साले। कबड्डी में लंबे पाले, शादी...

युद्ध | Kavita youdh

युद्ध ( Youdh )   देशों की लड़ाई भीषण चाहे युद्ध महाभारत होता समर भयंकर दुखदाई अनिष्ट अशुभ आर्त होता   हाहाकार मच जाता है मारकाट होती भारी नरसंहार निरंतर होता...

घर की देवी | Ghar ki devi par kavita

घर की देवी ( Ghar ki devi )   ज्ञान के आभूषण से अलंकृत महत्वकांक्षी,आत्मसम्मान से भरी जीवन के संघर्षो से नही हारी सशक्त हूं तृष्णाओं से परे हूं ।।   ओज...

मूल्य | Muly

मूल्य ( Muly )    रात हो अंधेरी सागर हो गहरा भटकी हुई नैया का दूर हो किनारा साहिल मे तब भी बाकी हो हिम्मत अगर तो हवा भी बन...

वफा के नाम पे धोखे जहां में जो भी खाते है

वफा के नाम पे धोखे जहां में जो भी खाते है    वफा के नाम पे धोखे जहां में जो भी खाते है। निगाहों में सदा आंसू...

पारस | Poem on paras

पारस ( Paras )   करामात होती पारस में जब लोहे को छू लेता है। कुदरत का खेल निराला धातु स्वर्ण कर देता है।   छूकर मन के तारों को...

जनता जनार्दन | Kavita Janta Janardan

जनता जनार्दन ( Janta Janardan ) भोली भाली जनता भटक रही इधर उधर सीधी सादी जनता अटक रही इधर उधरबहुरुपिए बहका रहे बार-बार भेष बदल जाति जाल...

बोलती आंँखें | Kavita bolti aankhen

बोलती आंँखें ( Bolti Aankhen )   बोलती आंँखें सब बातें, मन के भावों को दर्शाती। हर्ष और आनंद मौज में, झूम झूमकर इठलाती।   आंँख दिखाते आज बेटे, बुड्ढे...

नया मोड़ | Naya Mod

नया मोड़ ( Naya Mod )   आंखों में बसी है नमी खुदा क्यों हो रही हु मैं खुदसे जुदा चाहती हूं कोई दिल से लगाए हो रही हूं खुद...